कांवड़ में होने वाले कामों के टेंडर सात दिन में करें, कावड़ मेले को लेकर डीएम और एसएसपी ने ली बैठक
कांवड़ में होने वाले कामों के टेंडर सात दिन में करें, कावड़ मेले को लेकर डीएम और एसएसपी ने ली बैठक
हरिद्वार । जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि कांवड़ मेले में होने वाले कार्यों के टेंडर सभी विभाग सात दिन में जारी कर दें। एसडीएम अपने क्षेत्रों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट तैयार करें। यह निर्देश उन्होंने सोमवार को हुई बैठक में दिए।
चार जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ मेले को लेकर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और एसएसपी अजय सिंह ने कलक्ट्रेट सभागार में बैठक की। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पीएल शाह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ मेला-2023 के एजेंडे पर प्रकाश डाला। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कांवड़ पटरी, नहर पटरी मार्ग की मरम्मत सहित झाड़ी कटान, घाटों की सफाई व जंजीर व्यवस्था पर विशेष चर्चा की। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि पूर्व में पार्किंग के सम्बन्ध में दिये गये निर्देशों के क्रम में पार्किंग के टेंडर करते समय उसमें शौचालय, विद्युत आदि की व्यवस्था भी शामिल करना सुनिश्चित करें। पार्किंग में कहां पर प्रवेश द्वार, कहां पर निकास द्वार होगा आदि के सम्बन्ध में पुलिस तथा सम्बन्धित विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित करें। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि कावंड़ पटरी के पैच वर्क प्रारम्भ कर दिये गये हैं। जिलाधिकारी ने बैठक में वन विभाग के अधिकारियों से कांवड़ मेले के दौरान हिल बाईपास, चीला मार्ग के उपयोग, जंगली जानवरों से सुरक्षा तथा चण्डीदेवी मंदिर और मनसा देवी मंदिर में फुटपाथ की मरम्मत के संबंध में चर्चा की।
जिलाधिकारी ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कांवड़ मेले क्षेत्र में सभी जगह समुचित प्रकाश व्यवस्था गत वर्ष कांवड़ मेले की तरह, जहां पर भी आवश्यक हो, करना सुनिश्चित करें। लोक निर्माण विभाग ने बताया कि कांवड़ यात्रा से जुड़े विभाग के कुल आठ मार्ग हैं। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कांवड़ पटरी व सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र में झाड़ी कटान सहित सड़कों के समतलीकरण पर विशेष ध्यान दें। बैठक में पुलिस व्यवस्था, खाद्य सुरक्षा, पर्यटन, गंगा संरक्षण ईकाई से सम्बन्धित कार्य के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श हुआ। बैठक में एडीएम बीर सिंह बुदियाल, एचआरडीए सचिव उत्तम सिंह चौहान, अभिनव शाह, आशीष मिश्रा, पूरण सिंह राणा, नूपुर वर्मा, गोपाल राम बिनवाल, विजयनाथ शुक्ल, स्वतंत्र कुमार सिंह, स्वप्न किशोर सिंह, विक्रम सिंह, मयंक शेखर झा, डॉ. मनीष दत्त, रश्मि पंत आदि अधिकारी शामिल रहे।