उत्तराखंड : रोकी गई यमुनोत्री यात्रा, हजारों यात्री रास्ते में फंसे, दो श्रद्धालु अब भी लापता

यमुनोत्री/उत्तरकाशी : यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाले प्रमुख जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सोमवार को भैरव मंदिर के समीप भारी भूस्खलन के चलते यात्रा मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। भूस्खलन में दो श्रद्धालुओं के लापता होने की खबर है, जिनकी तलाश के लिए राहत एवं बचाव दल मौके पर जुटा हुआ है। हालात को देखते हुए यमुनोत्री धाम की यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र बड़कोट, दुबाटा बैंड, गंगनानी, खरादी, पालीगाड़ समेत कई स्थानों पर श्रद्धालुओं को रोका गया है।
मार्ग खुलने का इंतजार
भूस्खलन के कारण सैकड़ों वाहन फंस गए हैं, जिनमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु कल से मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन ने सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका है और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाव के लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
भैरव मंदिर के पास पहाड़ी दरकने से यात्रा रोकी गई
प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोका
SDM बोले – सुरक्षा सर्वोपरि
उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा रोकने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू टीम लगातार मलबा हटाने और लापता श्रद्धालुओं की खोजबीन में जुटी है।
वैकल्पिक मार्ग भी जोखिम भरा
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यमुनोत्री का वैकल्पिक पैदल मार्ग भंडेली गाड़ होकर जाने वाला ढाई किमी का रास्ता भी काफी जोखिम भरा है। ऐसे में यात्रा मार्ग पूरी तरह से साफ होने तक किसी भी श्रद्धालु को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
श्रद्धालुओं से धैर्य और सहयोग की अपील
प्रशासन ने सभी यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। मौसम की स्थिति और मार्ग की सुरक्षा सुनिश्चित होने के बाद ही यात्रा को पुनः शुरू किया जाएगा।