पिथौरागढ़ जिले की धारचूला तहसील स्थित तल्ला दारमा घाटी के ग्राम पंचायत उमचिया में हुई तेज बारिश और लगातार गरज-चमक के कारण क्षेत्र में भारी तबाही मच गई। क्षेत्र से बहने वाली नेहल गाड़ का जलस्तर अचानक खतरनाक स्तर तक पहुंच गया, जिससे भारी नुकसान हुआ। बताया जा रहा है कि ऊपरी इलाकों में बादल फटने की आशंका है।
इस आपदा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत 2.13 करोड़ रुपये की लागत से बना 36 मीटर लंबा मोटर पुल बह गया, जो सोबला को उमचिया से जोड़ता था। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग का तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल भी पानी की तेज धार में बह गया। इससे क्षेत्र का संपर्क पूरी तरह कट गया और आवागमन बाधित हो गया।
जलस्तर बढ़ता देख 50 से अधिक परिवारों ने अपने घर खाली कर दिए और ऊंचाई पर स्थित स्कूलों व गोरखा रेजिमेंट की पोस्ट में जाकर रात बिताई। लोग पूरी रात भय और असुरक्षा में जागते रहे। भूस्खलन से बिष्ट कॉलोनी में आठ से अधिक मकान खतरे की जद में आ गए हैं। वहीं, दो बिजली के खंभे बह जाने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। धारचूला के एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है और प्रभावितों को आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जाएगी।