उत्तराखंड पंचायत चुनाव : बीटेक पास 22 साल की साक्षी बनीं प्रधान

देहरादून: उत्तराखंड में दो चरणों में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के परिणाम सामने आने लगे हैं, और कई जिलों में प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। कुछ युवा चेहरों ने जीत दर्ज कर सबको चौंकाया है, वहीं कई स्थानों पर परिणाम टॉस या पर्ची से तय हुए हैं।
युवा चेहरों की जीत:
- 22 वर्षीय साक्षी बनीं प्रधान: पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक की कुई गांव से 22 वर्षीय साक्षी ग्राम प्रधान चुनी गई हैं। देहरादून से बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद साक्षी ने अपने गांव लौटकर विकास का बीड़ा उठाया और चुनाव मैदान में उतरीं। उन्होंने कहा कि वह अपने बीटेक के अनुभव को गांव के विकास में लगाएंगी।
- सबसे कम उम्र की प्रधान (मुनस्यारी): मुनस्यारी के क्विरीजीमिया ग्राम पंचायत में 22 वर्षीय ईशा ग्राम प्रधान चुनी गईं, जो विकासखंड में सबसे कम उम्र की प्रधान हैं। उनकी शैक्षिक योग्यता बीए बीएड है।
रोचक मुकाबले और विशेष परिणाम:
- टॉस/पर्ची से निर्णय:
- कर्णप्रयाग के भैसवाड़ा ग्राम पंचायत में प्रधान पद के दोनों प्रत्याशियों को बराबर मत मिलने पर ममता देवी को पर्ची के जरिए विजेता घोषित किया गया।
- रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के कांदी गांव में लक्ष्मी देवी और पूनम देवी को 168-168 मत मिले। जिलाधिकारी प्रतीक जैन की मौजूदगी में पर्ची से लक्ष्मी देवी को प्रधान घोषित किया गया।
- गलत विजेता की घोषणा पर बवाल: कर्णप्रयाग की क्षेपं वार्ड खरसांई से पहले गलती से लक्ष्मण राणा को विजयी घोषित कर दिया गया, जबकि राकेश मोहन राणा को अधिक मत मिले थे। बाद में प्रशासन ने पुर्नमतगणना के बाद राकेश मोहन राणा को विजयी घोषित किया। इस त्रुटि से लक्ष्मण राणा को मानसिक आघात पहुंचा।
- यूट्यूबर दीपा नेगी हारीं: रुद्रप्रयाग की ग्राम पंचायत घिमतोली से यूट्यूबर दीपा नेगी को कविता देवी ने पराजित किया।
प्रमुख सीटों पर परिणाम:
रुद्रप्रयाग जिले:
- जिला पंचायत वार्ड कंडारा से अजयवीर भंडारी निर्वाचित।
- घिमतोली से कविता देवी ने यूट्यूबर दीपा नेगी को हराया।
टिहरी जिले:
- देवप्रयाग की छड़ियारा क्षेत्र पंचायत सीट से पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के बेटे अरविंद सिंह सजवाण ने जीत हासिल की।
- कीर्तिनगर में द्वितीय चक्र के प्रधान पद के विजयी प्रत्याशी:
- जियालगढ़ से दिनेश कुमार
- सरोला से मकानी देवी
- मलेथा से रश्मि रावत
- भैंसवाड़ा – ममता देवी (पर्ची से)
- घिड़ियाल गांव – मंजू देवी
- रनकंडियाल – आशीष कुमार
- कीर्तिनगर क्षेत्र पंचायत सदस्य:
- नैथाणा- अनीता देवी
- मुन्डोली – सुरेश कुमार
- मलेथा- संजय
देहरादून जिले:
- विकासनगर: दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर मतगणना स्थल के पास जाम में एक एंबुलेंस फंस गई, जिससे एक युवक तड़पता रहा।
- चकराता ब्लॉक परिणाम:
- बगूर पंचायत से प्रधान पद पर चंद्रा देवी 48 मतों से विजयी।
- चिल्हाड पंचायत से प्रधान पद पर सर्वानन्द बिजल्वाण 25 मतों से विजयी।
- चातरा पंचायत से प्रधान पद पर शीला नौटियाल 305 मतों से विजयी।
- किस्तुड पंचायत से प्रधान पद पर रीना 311 मतों से विजयी।
- पेनुवा पंचायत से प्रधान पद पर अंकिता 1 वोट से जीतीं।
पौड़ी जिले:
- विकासखंड बीरोंखाल ग्राम प्रधान परिणाम:
- हिमांशु रावत – नांनस्यू
- मंजू नेगी – पंचराड
- सिताब सिंह – नागणी
- पूजा देवी – बमराडी
- प्रेम सिंह – तिमलाखोली
- गोपाल सिंह – थापला
- दयमंती देवी – शीला तत्ला
- कृति निधी पाल – मासी
- रेशमा देवी – गेंहुलाड
- पूजा देवी – सीली तल्ली
- रेशमा देवी – घोडपाला मल्ला
- नरेंद्र कुमार – कमलिया
- विद्यावती देवी – धोबीघाट
- हेमा देवी – फरसाडी
- अनीता देवी – खलदार
- मंजू देवी – तलांई
- विनोद जोशी – सेंधार
- लीला देवी – कमडई
- नीलम देवी – बंदरकोट
- सिद्धी शाह – लाछी
- शीतल देवी – भतबों
कर्णप्रयाग से ग्राम प्रधान पद के घोषित परिणाम:
- चौकी – राखी देवी
- कमेड़ा – भागवत प्रसाद
- दुवा – महावीर
- काण्डा – यशवंत सिंह
- बरतोली – बीरा देवी
- ढमढमा – रमेश सिंह
- मझखोला – सुमेदा बिष्ट
- सुनाक – संजय सिंह
- औव्याग्वाड – चंदा चौधरी
- खरसांई – शिवानी
- दियारकोट – बलदेव सिंह
- घतोडा – जयवीर सिंह
- गवनी – धीरेन्द्र सिंह
- बैनोली – भगतपाल
- कल्याणी – कविता देवी
- छातोली – सरोजनी देवी
- सुनाली – सावित्री देवी
देवाल विकासखंड क्षेत्र पंचायत पद के घोषित परिणाम:
- सेलखोला वार्ड – चन्द्रा देवी (ग्राम. सेलखोला, पोस्ट. देवाल)
- सवाड वार्ड – दलवीर राम (ग्राम. सवाड़, पोस्ट. सवाड़, देवाल)
देवाल ब्लॉक ग्राम प्रधान पद के घोषित परिणाम:
- देवाल (सेलखोला) – कविता मिश्रा
- कैल – नीमा मिश्रा
- हाटकल्याणी – मनोज कुमार
- अट़ठू – उमेश चन्द्र
- देवसारी – सुनीता देवी
- कोठी – लक्ष्मी देवी
- सवाड – आशा धपोला
- झलिया – दलवीर सिंह
- ताजपुर – मदन मोहन
मतगणना जारी है और पल-पल के अपडेट्स सामने आ रहे हैं, जो उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में नए नेतृत्व की तस्वीर पेश कर रहे हैं।