UPSC success story: पहले, दूसरे, तीसरे अटेम्प्ट में हुईं फेल, चौथे में क्लियर की परीक्षा, लेकिन 5वें प्रयास में पूरा किया सपना, IRS अधिकारी देवयानी की सफलता की प्रेरणादायक कहानी
जब यूपीएससी परीक्षा पास करने की बात आती है, तो हर किसी के लिए सफलता का मंत्र अलग होता है। इसके साथ यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वाले हर एक उम्मीदवार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन सभी मुश्किल पड़ाव को पार करते हुए एक उम्मीदवार IAS, IPS, IFS, IRS जैसा बड़ा पद हासिल करता है। आज हम आपको ऐसे ही उम्मीदवार की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास करने के लिए एक बहुत ही अनोखे तरीके का इस्तेमाल किया।
हम बात करने जा रहे हैं इंटरनल रेवन्यू सर्विस (IRS) अधिकारी देवयानी सिंह की। हरियाणा की रहने वाली देवयानी की सफलता की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरेणा है, जो लगातार असफलता मिलने पर भी यूपीएससी की परीक्षा पास करना चाहते हैं।
स्कूली पढ़ाई की बात करें तो देवयानी ने अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई चंडीगढ़ के एक स्कूल से पूरी की। साल 2014 में उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री ली। यहां से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग का कोर्स किया था। अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने तुरंत यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। तैयारी के दौरान उन्होंने नहीं सोचा था कि यूपीएससी की परीक्षा पास करने में उन्हें काफी समय लग जाएगा। देवयानी को यूपीएससी परीक्षा पास करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। साल 2015, 2016 और 2017 में लगातार असफलताओं के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत जारी रखी।
जिसके बाद उन्होंने साल 2018 में चौथी बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने का फैसला किया। इस बार वह परीक्षा में सफल हुई और ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 222 हासिल किया। जिसमें उन्हें सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट मिला।
देवयानी यूपीएससी की परीक्षा में पास होने पर खुश थी, लेकिन मन में कहीं न कहीं रैंक को लेकर संतुष्ट नहीं थी। जिसके बाद उन्हें पांचवी बार यूपीएससी की परीक्षा में बैठने पर विचार किया। वह पांचवें प्रयास में शामिल हुई और साल 2019 में 11वीं रैंक से साथ IRS के पद के लिए चुनी गई थी।
UPSC के उम्मीदवार उन विषयों पर कड़ी मेहनत जिनसे वे अच्छी तरह वाकिफ हैं। वह कहती हैं उम्मीदवार को अपने कमजोर विषयों पर भी ध्यान देना चाहिए। उन विषयों को प्राथमिकता दें जो आपको लगता है कि आपकी कमज़ोर कड़ियां हैं। एक उम्मीदवार अपना सारा समय तैयारी में बिता सकता है और फिर भी उसे मन मुताबिक परिणाम नहीं मिलता। इसलिए तैयारी करते बात का ध्यान रखें कि आप जितने भी समय पढ़ रहे हैं उसमें तैयारी अच्छी होनी चाहिए। उन्होंने बताया जब मैंने पांचवीं बार परीक्षा का प्रयास किया तो मेरा शेड्यूल काफी बिजी रहता था। जिसके बाद मैंने तय किया कि मैं वीकेंड पर ही पढ़ाई करूंगी और अपना सिलेबस खत्म करूंगी। मैंने उस दौरान समय का पूरा इस्तेमाल किया और आज IRS अधिकारी हूं।