गठिया का दर्द बन गया है नासूर, दवा छोड़ आज ही करना शुरू कर दें ये 3 आसान योगासन
रूमेटाइड आर्थराइटिस एक ऑटो इम्यून बीमारी है, जिसमें हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम खुद ही शरीर के हेल्दी पार्ट्स जैसे स्किन, जोड़ों, हड्डियों पर अटैक करना शुरू कर देता है। इसके चलते पीड़ित को जोड़ों में असहनीय दर्द, अकड़न और सूजन का सामना करना पड़ता है। कई बार तो परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि पीड़ित को हिलने-डुलने तक में भी दिक्कत होने लगती है।
इसके अलावा इस विकार में होने वाली सूजन के कारण नसों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे हाथ और पैर तेज झनझनाहट के साथ सुन्न पड़ने लगते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग दवाओं के सहारे जीने को मजबूर हो जाते हैं। अगर आप भी इस तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं और जोड़ों में दर्द आपके लिए नासूर बनता जा रहा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
एम्स और एमोरी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक नए अध्ययन के मुताबिक, कुछ योगासन रूमेटाइड आर्थराइटिस पर बेहद तेजी से सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको 3 ऐसे आसान योगासन बता रहे हैं, जो बिना दवाई के इस समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, शशांकासन, ताड़ासन और पवनमुक्तासन रूमेटाइड आर्थराइटिस के दर्द से छुटकारा दिलाने में आपकी मददगार हैं।
कैसे करें शशांकासन
इसके लिए आपको सबसे पहले वज्रासन की स्थिति में बैठना है। यानी अपने घुटनों को मोड़कर, पैर के पंजों पर कमर एकदम सीधी कर बैठ जाएं।
अब सांस भरते हुए अपने हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं और फिर धीरे-धीरे सामने की तरफ झुकाएं।
ध्यान रहे कि आपकी गर्दन झुकी होनी चाहिए और सिर योगा मैट से छू रहा हो।
अब अपनी क्षमता अनुसार कुछ समय के लिए इस स्थिति में बैठे रहें।
कैसे करें पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन करने के लिए सबसे पहले कमर के बल सीधा लेट जाएं।
अब सांस अंदर लेते हुए अपने पैरों को 90 डिग्री तक उठाएं।
सांस छोड़ें और पैरों को मोड़कर अपने घुटनों को अपनी छाती तक लाने की कोशिश करें।
इसके बाद अपने पैरों को हाथों से बाधंते हुए घुटनों को अपनी उंगलियों से पकड़ें।
अब, अपना सिर उठाएं और अपने माथे को अपने घुटनों से छूने की कोशिश करें।
इस मुद्रा में रहते हुए सामान्य सांसें ले, थोड़ी देर बाद सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।