लंदन एवं अमेरिका से आए धर्मगुरुओं ने निरंजन स्वामी से की भेंट वार्ता भारत को विश्व गुरु बनाना ही संतों का मूल उद्देश्य – निरंजन स्वामी

लव कपूर (फाउंडर प्रेसीडेंट/सी ई ओ/एडिटर इन चीफ) 

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लंदन एवं अमेरिका से आए धर्मगुरुओं ने निरंजन स्वामी से की भेंट वार्ता

भारत को विश्व गुरु बनाना ही संतों का मूल उद्देश्य – निरंजन स्वामी

हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लंदन से आए धर्मगुरु स्वामी राजराजेश्वर एवं व्हाइट हाउस अमेरिका से ईसाई धर्मगुरु जाॅन आर अंगर, मार्टीना स्टेनर अंगर ने हरिद्वार पहुंचकर मां गंगा का आचमन लिया और भारतमाता पुरम स्थित पुरुषार्थ आश्रम पहुंचकर महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज से भेंट वार्ता की।

इस दौरान धर्मगुरु राजराजेश्वर महाराज ने कहा कि संतो के जप तप से भारत का संपूर्ण विश्व में एक महत्वपूर्ण स्थान है। अनादि काल से भारत सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के माध्यम से विश्व का मार्गदर्शन करता चला रहा है। हम सभी सौभाग्यशाली है पवित्र देवभूमि में आकर हमें मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज भारत सहित देश विदेश में धर्म की पताका को फहरा रहे हैं। हम उनके उज्जवल भविष्य और दीर्घायु की कामना करते हैं। निरंजन स्वामी महाराज के सानिध्य में कुछ समय पूर्व ही लंदन में बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मुखारविंद से भागवत कथा का श्रवण सनातन प्रेमियों ने किया। जिससे लंदन सहित अन्य देशों के लोगों को भी धर्म का एक सकारात्मक संदेश प्राप्त हुआ। ऐसे संत महापुरुषों की कृपा से ही सनातन संस्कृति विश्व भर में जीवंत है।

पुरुषार्थ आश्रम के अध्यक्ष महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज ने कहा कि संतों का मूल उद्देश्य सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर भारत को विश्व गुरु बनाना है। स्वामी राजराजेश्वर गुरु लंदन सहित पूरे यूरोप में धार्मिक क्रियाकलापों के माध्यम से सनातन संस्कृति को प्रसारित कर रहे हैं। जो भारत वासियों के लिए गौरव का विषय है। हम सभी मां गंगा से प्रार्थना करते हैं। कि वह इसी प्रकार से जीवन पर्यंत समाज सेवा करते हुए धर्म के संरक्षण संवर्धन में अपना योगदान प्रदान करते रहे। इस अवसर पर प्रेम प्रताप मेहता, पंडित महेंद्र त्रिपाठी, सीए आशुतोष अग्रवाल मौजूद रहे।

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