महर्षि वाल्मीकि के महान काव्य रामायण ने न केवल भारतीय संस्कृति में बल्कि विश्वभर में अपना अमिट प्रभाव छोड़ा: ममता राकेश, रायपुर से लेकर भगवानपुर तक निकाली गई महर्षि वाल्मीकि शोभायात्रा, भक्ति गीतों पर थिरके श्रद्धालु, जगह-जगह फूलों से हुआ स्वागत
महर्षि वाल्मीकि के महान काव्य रामायण ने न केवल भारतीय संस्कृति में बल्कि विश्वभर में अपना अमिट प्रभाव छोड़ा: ममता राकेश, रायपुर से लेकर भगवानपुर तक निकाली गई महर्षि वाल्मीकि शोभायात्रा, भक्ति गीतों पर थिरके श्रद्धालु, जगह-जगह फूलों से हुआ स्वागत
भगवानपुर । रायपुर से लेकर भगवानपुर तक वाल्मीकि समाज द्वारा महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में भवय शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक ममता राकेश ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि विधायक ममता राकेश ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके महान काव्य रामायण ने न केवल भारतीय संस्कृति में बल्कि विश्वभर में अपना अमिट प्रभाव छोड़ा। उन्होंने महर्षि के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान किया। कहा कि वाल्मीकि जी को उनकी विद्वता और तप के कारण महर्षि की पदवी प्राप्त हुई थी। उन्होंने हिंदू धर्म के सबसे अहम महाकाव्यों में से एक रामायण की रचना की थी। साथ ही उन्हें संस्कृत का आदि कवि अर्थात संस्कृत भाषा के प्रथम कवि के रूप में भी जाना जाता है।