उत्तराखंड में देवी पैदा हुई हैं…नाम है उर्वशी रौतेला

भारत एक अद्भुत देश है। यहां पत्थर में भगवान बसते हैं और कभी-कभी सोशल मीडिया में भी। हाल ही में बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया से ‘दिवा‘, उर्वशी रौतेला ने एलान कर दिया कि बदरीनाथ के पास जो उर्वशी मंदिर है, वो असल में उनके नाम का है। और हां, भक्त वहां उनके चरणों में मत्था टेकने आते हैं। क्या कहा आपने? देवी उर्वशी? अरे नहीं-नहीं, अब वो एक्ट्रेस उर्वशी का स्मारक है। ब्रह्मा जी भी शायद अब थोड़ा भ्रमित हों।
इस मसले पर पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने इस बयान को सुनकर वही किया जो कोई भी भक्त करेगा…माथा पकड़ा और बोले…हे देवों, अब तुम्हीं बचाओ! महापंचायत तो इतनी नाराज़ हो गई कि उन्होंने चेतावनी दे दी या तो माफ़ी मांगो, या कोर्ट में मिलो। उधर जनता सोच रही है, दीदी, अगर यहीं मन्दिर है, तो दक्षिण में नया मंदिर बनाने की क्या ज़रूरत है?
वैसे देखा जाए तो ये बॉलीवुड के स्टारडम का नया अध्याय है। पहले अवॉर्ड मिलते थे, अब शक्तिपीठ भी बनने लगे हैं। उर्वशी ने तो साफ़ कह दिया कि दक्षिण भारत में भी उनके नाम पर मंदिर बनने चाहिए। अब देखना है कि अगले किस स्क्रिप्ट राइटर की कुंडली में ‘पंडित’ लिखा है। कोई इनको ये यफझाए कि आपको यहां देवी तो दूर…भूतनी के रूप में भी कोई ना पूजे…।
सच कहें तो ये वही दौर है, जहां कैमरा रोल करते ही लोग अवतार लेने लगते हैं। और जो विवादों की देवी बन जाएं, उन्हें फिर टीआरपी की महालक्ष्मी यूं ही वरदान दे देती हैं। तो आइए, हम सब मिलकर एक प्रार्थना करें…हे ट्रोलों के देवता, हे वायरल विडियो की वरदायिनी शक्ति…, अगले जन्म में हमें बुद्धि देना, ताकि हम ट्रोल और त्रिपुंड में फर्क समझ सकें।
जय देवी उर्वशी…