सोनप्रयाग में यात्री दल और पुलिस के बीच मारपीट, तीन घंटे रोके जाने पर यात्रियों का हंगामा, घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित
सोनप्रयाग में यात्री दल और पुलिस के बीच मारपीट, तीन घंटे रोके जाने पर यात्रियों का हंगामा, घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित
रुद्रप्रयाग । सोनप्रयाग में शटल सेवा के लिए लाइन लगाने को लेकर पुलिस और यात्रियों के दल में कहासुनी हो गई। इसके बाद नौबत इतनी बढ़ गई कि दोनों में हाथापाई हो गई। पुलिस और यात्री दल के बीच काफी विवाद हुआ। पुलिस ने मामला नियंत्रित तो कर दिया, लेकिन घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसके बाद पुलिस ने इस पर सफाई दी। केदारनाथ धाम के दर्शन को आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने पर सोनप्रयाग में शटल सेवा के लिए लंबी लाइन लग रही है। इस बीच गुरुवार सुबह शटल सेवा के लिए सोनप्रयाग बाजार से पहले ही यात्रियों की लंबी लाइन लग गई। जानकारी के अनुसार पुलिसकर्मी व्यवस्था बनाने के लिए लाइन लगवा रहे थे। इसी बीच 30-40 यात्रियों का एक दल लाइन तोड़ने का प्रयास करने लगा। रोकने पर एक यात्री ने पुलिसकर्मी से अभद्रता कर दी। पुलिस ने दल से लाइन बनाने का आग्रह किया तो दोनों के बीच कहासुनी होने लगी और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। हालांकि बाद में पुलिस ने मामला नियंत्रित कर दिया, किंतु घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें यात्री दल द्वारा पुलिसकर्मी और अन्य यात्रियों से मारपीट का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्द्धनी सुमन ने बताया कि गुरुवार को कोतवाली सोनप्रयाग क्षेत्र में शटल पार्किंग पर जाने के लिए पुलिस यात्रियों को कतारबद्ध कराते हुए लाइन में लगने के लिए अनाउंसमेंट कर लाइन लगवाई जा रही थी। कुछ यात्रियों का समूह लाइन में न लगते हुए सीधे आगे बढ़ने लगा। ड्यूटी पर नियुक्त पुलिसकर्मी ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे नहीं माने और पुलिस बल के साथ अभद्रता एवं मारपीट पर उतारू हो गए।
पुलिस ने उन्हें शांत कराते हुए उग्र होने से रोका। पुलिस स्तर से इस मामले में आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ आने वाले यात्रियों से पुलिस अपेक्षा करती है कि वह पुलिस प्रशासन द्वारा बनाई गई व्यवस्था में सहयोग करें। पुलिस बल व प्रशासन के साथ अभद्र व्यवहार किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं होगा।
तीन घंटे रोके जाने पर यात्रियों का घनसाली बाजार में हंगामा
घनसाली: चारधाम यात्रा पर पहुंचे यात्रियों को घनसाली प्रशासन ने गुरुवार शाम चार बजे घनसाली में ही रोक दिया। इस पर यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यात्रियों के वाहन रोके जाने से घनसाली हनुमान मंदिर से तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर नगर पंचायत कार्यालय तक करीब दो किमी लंबा जाम लग गया।
परेशान यात्रियों ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार का यात्रियों ने घेराव कर दिया। यात्रियों के आक्रोश को देखते हुए मजबूरन पुलिस प्रशासन को यात्रियों के वाहन छोड़ने पड़े।
गुरुवार सायं चार बजे के करीब चारधाम को जाने वाले यात्री चमियाला से तिलवाड़ा की ओर जा रहे थे, लेकिन प्रशासन व पुलिस ने यात्रियों के वाहनों को घनसाली पेट्रोल पंप के पास आगे जाने से रोकना शुरू कर दिया। यात्रियों ने पुलिस से कारण पूछा तो उनका कहना था कि तिलवाड़ा से आगे होटलों में यात्रियों के ठहरने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए यात्रियों को घनसाली के पास ही रोका जा रहा है।
वाहनों को रोके जाने पर महाराष्ट्र, पुणे, गुजरात, गुरुग्राम, हिमाचल प्रदेश आदि प्रदेशों से आए यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यात्रियों का कहना था कि उनके कुछ साथी पहले ही तिलवाड़ा, सोनप्रयाग व अगस्त्यमुनी तक पहुंच चुके हैं और उन्होंने होटलों में ठहरने के लिए आनलाइन बुकिंग करवाई हुई है।
बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन जबरन उन्हें घनसाली में ही रोक रहा है। यात्रियों ने वहां जाम लगा स्थानीय लोगों को भी आगे नहीं जाने दिया। महाराष्ट्र से पहुंचीं रीता, मोनिका ने कहा कि घनसाली बाजार में चारधाम यात्रियों के लिए शुलभ शौचालय तक नहीं है और ना ही ठहरने की उचित व्यवस्था है। उनके साथ आए बुजुर्ग और छोटे बच्चे पिछले तीन घंटे से वाहन में ही बैठे हुए हैं। यात्रियों के हंगामा करने के बाद पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गए। हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंचे तहसीलदार महेशा शाह को तीर्थ यात्रियों ने घेर लिया। इस पर तहसीलदार ने बताया कि तिलवाड़ा से आगे यात्रियों के ठहरने की उचित व्यवस्था नहीं होने की सूचना पर यात्रियों को घनसाली में रोका गया था। हालांकि बाद में यात्रियों के ठहरने के लिए आनलाइन बुकिंग और अन्य संसाधन दिखाए जाने पर उन्हें आगे जाने दिया। शाम सात बजे प्रशासन ने यात्रियों के वाहन को एक-एक कर छोड़ना शुरू कर दिया।