सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण कार्यालय पर बोला धावा, चुनाव रद्द करने की मांग

0
IMG-20250708-WA0039.jpg

देहरादून। लिब्बररेहड़ी सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड, मंगलौर के हालिया चुनाव में धांधली के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को शास्त्रीनगर स्थित सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण के अध्यक्ष तारा दत्त पांडे के कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत, एआईसीसी सचिव एवं मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव रद्द करने की मांग लेकर प्राधिकरण कार्यालय पहुंचा।

नेताओं ने आरोप लगाया कि समिति चुनावों में सत्ता पक्ष भाजपा ने दबाव डालकर न केवल उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना की, बल्कि अपात्र लोगों से मतदान करवाया गया और वैध मतों में पेंसिल से निशान लगाकर उन्हें अवैध घोषित कर दिया गया। इससे सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को गलत तरीके से जीत दिलाई गई।

पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर सरकार हर स्तर के चुनावों में हस्तक्षेप कर परिणाम अपने पक्ष में मोड़ने का प्रयास करेगी तो सहकारिता जैसे जनांदोलन का अंत हो जाएगा। काजी निजामुद्दीन ने कहा, अगर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग इसी तरह चलता रहा तो जनता का चुनावों और सहकारिता पर से भरोसा उठ जाएगा।

सूर्यकांत धस्माना ने तो साफ कहा, “भाजपा को लोकतंत्र और पारदर्शिता से परहेज़ है। पंचायत से लेकर लोकसभा तक हर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश लोकतंत्र को खतरे में डाल रही है।

वहीं, सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण अध्यक्ष तारा दत्त पांडे ने प्रतिनिधिमंडल की बात सुनने के बाद स्पष्ट किया कि चुनाव संपन्न हो चुके हैं, ऐसे में अब कोई कार्यवाही केवल सहकारिता न्यायाधिकरण के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने कहा, “प्राधिकरण केवल चुनाव से पूर्व तक ही कार्रवाई कर सकता है।

कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी सहकारिता चुनावों में अगर अनियमितताएं जारी रहीं और प्राधिकरण ने उचित कार्यवाही नहीं की तो कांग्रेस को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

प्रतिनिधिमंडल में वीरेंद्र रावत, चौधरी योगेन्द्र सिंह राठी, चौधरी वीरेंद्र सिंह, सचिन चौधरी, दीपक कुमार, विक्रांत प्रधान, संजय प्रधान, देवेंद्र सिंह, अनुज सलार, अंकित जटराना, देवेंद्र चौधरी, अविनाश कुमार, ऋषिपाल, सुमित कुमार समेत अन्य शामिल रहे।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Share