सशक्त भारत के निर्माण के लिए आवश्यक है भ्रष्टाचार मुक्त भारत: श्री महन्त रविन्द्र पुरी श्रीमहन्त ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को दिलायी सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा
सशक्त भारत के निर्माण के लिए आवश्यक है भ्रष्टाचार मुक्त भारत: श्री महन्त रविन्द्र पुरी श्रीमहन्त ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को दिलायी सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा
हरिद्वार 31 अक्टूबर, 2023 एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज में आज बी.एच.ई.एल रानीपुर तथा महाविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज अध्यक्षता में भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज व प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा द्वारा समस्त शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों तथा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा दिलायी गयी।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे देश की आर्थिक, राजनीतिक तथा सामाजिक प्रगति में भ्रष्टाचार एक बड़ी बाधा है। उन्होंने कहा कि सशक्त भारत के निर्माण के लिए भ्रष्टाचार मुक्त भारत आवश्यक है। भ्रष्टाचार का उन्मूलन करने के लिए सभी सम्बन्धित पक्षों सरकार, नागरिकों तथा निजी क्षेत्रों को एक साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्म दिवस और भ्रष्टाचार मुक्त भारत की शपथ दोनों का एक ही दिन समारोह आयोजित होना केवल मात्र एक संयोग नहीं है अपितु इस बात का स्पष्ट द्योतक है कि सशक्त और एकीकृत भारत का निर्माण का पथ भ्रष्टाचार विहीन भारत से ही होकर गुजरेगा।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि वास्तव में जन जागरूकता ही भ्रष्टाचार मुक्त भारत की नींव का पत्थर है। यह प्रत्येक युवा का दायित्व है कि वह न तो रिश्वत दे और न ही रिश्वत ले। इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक युवा अपने अधिकारों एवं नागरिक सुविधाओं को प्राप्त करने के अपने दायित्व के साथ न्याय करे और किसी भी स्थिति में भ्रष्टाचार का सहारा न ले। डाॅ. बत्रा ने छात्र-छात्राओं को भ्रष्टाचार निरोधी शपथ दिलवाते हुए रेखांकित किया कि विकसित भारत की नींव भ्रष्टाचार मुक्त भारत ही रखेगा।
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि भारत की जनता के मन मस्तिष्क में दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से भ्रष्टाचार की सामाजिक सहमति बनती जा रही है और इसे बदलने की आवश्यकता है और युवा भ्रष्टाचार निरोधी मुहिम को आगे बढ़ाने में अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं।
भेल के वरिष्ठ प्रबन्धक विवेक कुमार ने छात्र-छात्राओं को सतर्कता क्विज की आधारभूत जानकारी देते हुए बताया कि सत्यनिष्ठा एवं ईमानदारी के गुणों से युक्त युवा ही भ्रष्टाचार मुक्त भारत के स्वप्न को साकार कर सकता है। भेल के प्रबन्धक मनोज कुमार ने क्विज का संचालन किया तथा भेल के प्रबन्धक केशव कुमार शर्मा ने उसमें सहयोग किया। क्विज संचालन के सहयोग के लिए महाविद्यालय से श्रीमती रूचिता सक्सेना, डाॅ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. विनीता चौहान, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. विजय शर्मा व दिव्यांश शर्मा आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर एक स्पीच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने प्रथम पुरस्कार विजेता को रुपये पांच हजार, द्वितीय पुरस्कार विजेता को तीन हजार तथा तृतीय पुरस्कार विजेता को रुपये दो हजार तथा सांत्वना पुरस्कार प्राप्त विजेता को रुपये एक हजार नगद देकर सम्मानित किया।
प्रतियोगिता में निशी, आंकाक्षा भारद्वाज, अक्षत शर्मा, गरिमा राजपूत, स्मिता रायल, सौरभ सैनी, अमूल्य सक्सेना, नेहा, गौरव बंसल, अदिति सौदाई, भावेश पंवार, तृप्ति, तनीषा बुराकोटी, देव सूर्यवंशी, आदित्य नौटियाल, मनीषा, रिया कश्यप, जानवी कपूर, तनुज बहुगुणा, मोहन श्याम वशिष्ठ तथा आंकाक्षा चौहान ने प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में बी.ए. तृतीय के मोहन श्याम ने प्रथम, बी.काॅम. तृतीय के अक्षत शर्मा ने द्वितीय, बी.ए. द्वितीय की तनीषा बुराकोटी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं बी.काॅम. तृतीय के छात्र देव सूर्यवंशी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया। गौरव बंसल को सार्वभौमिक कालेज की शिक्षणेतर गतिविधियों में प्रतिभाग करने के लिए सम्मानित किया गया।
निर्णायक मण्डल की भूमिका का निवर्हन भेल के विवेक कुमार, मनोज कुमार महाविद्यालय की डाॅ. मोना शर्मा और डाॅ. सरोज द्वारा किया गया। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के अध्यक्ष विनय थपलियाल, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. अनुरीषा काॅलेज आदि उपस्थित थे। मंच का सफल संचालन डाॅ. सुगन्धा वर्मा द्वारा किया गया।