बड़ी खबर : तेज रफ्तार कार ने मचाया कोहराम, 5 की मौत, 2 गंभीर

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आगरा : थाना न्यू आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड पर नगला बूढ़ी में शुक्रवार रात करीब 8 बजे एक तेज रफ्तार कार ने कहर बरपाया। अनियंत्रित कार ने पहले एक बाइक सवार डिलीवरी ब्वॉय को कुचला, फिर मां-बेटे सहित दो दोस्तों को चपेट में लिया और अंत में डिवाइडर से टकराकर पलटते हुए एक घर के बाहर बैठे लोगों पर जा गिरी। इस भीषण हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार चालक नशे में था और पुलिस चेकिंग से बचने के लिए उसने गति बढ़ा दी थी।

हादसे का खौफनाक मंजर घटना दयालबाग मार्ग से 80 फुटा की ओर नगला बूढ़ी की तरफ आ रही एक कार से शुरू हुई। प्रत्यक्षदर्शी और नगला बूढ़ी निवासी प्रेमचंद ने बताया कि उनके पिता दौलतराम की गुरुवार को मृत्यु हो गई थी, जिसके चलते उनके घर के बाहर टेंट लगाया गया था। परिवार के लोग टेंट के नीचे बैठे थे। इसी दौरान, जतिन रिसॉर्ट के पास शराब के ठेके के सामने कार ने एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी कर्मचारी को टक्कर मारी, जो बाइक पर था। टक्कर के बावजूद चालक ने कार नहीं रोकी।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पास में ही पुलिस चेकिंग कर रही थी। चालक ने पकड़े जाने के डर से कार की रफ्तार बढ़ा दी, जिसके बाद वह अनियंत्रित हो गई। कार ने रास्ते में नगला बूढ़ी निवासी बबली (38) और उनके बेटे गोलू, पेंटर का काम करने वाले दो दोस्त कमल (23) और कृष उर्फ कृष्णा (20) को कुचल दिया। करीब 100 मीटर आगे जाकर कार डिवाइडर से टकराई और तीन बार पलटते हुए प्रेमचंद के घर के बाहर टेंट में बैठे लोगों पर जा गिरी। इसमें प्रेमचंद के भतीजे राहुल और वीरेंद्र दब गए।

चीख-पुकार के बीच राहत कार्य हादसे के बाद पूरे इलाके में चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने कार को सीधा कर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला। कार के साइलेंसर से निकली आग से देवेंद्र और जतिन झुलस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को तुरंत एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया, जहां बबली, भानु प्रताप, कमल, कृष्णा और बंटेश (50) को मृत घोषित कर दिया गया। दो अन्य घायलों का इलाज जारी है, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

नशे में था चालक, लोगों ने की पिटाई प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि कार चालक नशे में था। हादसे के बाद कार का एयरबैग खुलने से चालक की जान बच गई, लेकिन कार लॉक हो गई। गुस्साए लोगों ने कार का शीशा तोड़कर चालक को बाहर निकाला और उसकी पिटाई कर दी। पुलिस ने हस्तक्षेप कर चालक को भीड़ से बचाया और उसे थाने ले गई।

हंगामे के बाद पुलिस ने लिया कार कब्जे में हादसे के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की। अपर पुलिस उपायुक्त आदित्य सिंह और एसीपी हरीपर्वत अक्षय संजय महाडिक ने मौके पर पहुंचकर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद भीड़ को शांत किया। इसके बाद पुलिस ने हादसे वाली कार को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी।

सुरक्षा पर सवाल इस हादसे ने एक बार फिर शहर में तेज रफ्तार वाहनों और नशे में ड्राइविंग पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस चेकिंग के बावजूद ऐसी घटनाओं पर अंकुश न लगने पर नाराजगी जताई है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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