एक लाख करोड़ के निवेश पर रुद्रपुर में मना उत्सव, अमित शाह और सीएम धामी ने किया विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास

रुद्रपुर : उत्तराखंड की औद्योगिक नगरी रुद्रपुर शनिवार को ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनी, जब प्रदेश में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश की ग्राउंडिंग को लेकर उत्तराखंड निवेश उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने निवेश के इस पड़ाव को उत्तराखंड के भविष्य की मजबूत नींव बताया। उन्होंने कहा, “मैं जब भी उत्तराखंड आता हूं, यहां की चारधाम संस्कृति और संतों के आशीर्वाद से नई ऊर्जा लेकर लौटता हूं। यहां की पर्वत चोटियां, नदियां और आध्यात्मिक विरासत पूरे भारत को दिशा देने का कार्य करती हैं।”
शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सराहना करते हुए कहा, “पहाड़ी राज्यों में निवेश लाना एक कठिन कार्य होता है, लेकिन धामी जी ने इस धारणा को तोड़ दिया है। आज उत्तराखंड में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश जमीनी सच्चाई बन चुका है और इसके साथ ही 81 हजार से अधिक रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि धामी सरकार ने औद्योगिक विकास और पर्यावरण के बीच बेहतरीन संतुलन कायम किया है। नीतियों में पारदर्शिता, क्रियान्वयन में तेजी और दूरदर्शी दृष्टिकोण से राज्य के समग्र विकास का मजबूत खाका तैयार किया गया है।
कार्यक्रम के दौरान शाह ने 1165.4 करोड़ रुपये की लागत से 14 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इनमें रुद्रपुर में दो कामकाजी छात्रावास, गांधी पार्क का सौंदर्यीकरण, PAC में 108 आवासों का निर्माण, NH-87 चौड़ीकरण, नैनीताल में पार्किंग निर्माण, और टनकपुर, हल्द्वानी, चंपावत में कई आधारभूत विकास कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा, “आज का दिन उत्तराखंड की विकास यात्रा में स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो रहा है। निवेश का यह आंकड़ा केवल आर्थिक आंकड़ा नहीं है, यह प्रदेश की समृद्ध संभावनाओं और जनभागीदारी पर आधारित समेकित विकास का प्रतिबिंब है।”
सीएम धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ‘नए भारत के लौहपुरुष’ की संज्ञा देते हुए कहा, “आपने धारा 370 को हटाकर एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया है। साथ ही, सीएए लागू कर उपेक्षित शरणार्थियों को सम्मान दिलाया है।”
धामी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने आतंकवाद और नक्सलवाद को झुकने पर मजबूर किया है और सहकारिता के क्षेत्र में ऐतिहासिक सफलताएं प्राप्त की हैं। कार्यक्रम में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, उद्यमी, निवेशक, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे।