उत्तराखंड: मनीष गुप्ता की मुहिम लाई रंग, राष्ट्रपति सचिवालय से आया आदेश और बनने लगी सड़क

देहरादून: एक आम नागरिक की दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रयासों ने आखिरकार रंग दिखाया। प्राइवेट कंपनी में कार्यरत मनीष गुप्ता, जो रोजाना शिमला बाईपास रोड से अपने दफ्तर जाते हैं, बदहाल सड़क की स्थिति से लंबे समय से परेशान थे। खस्ताहाल सड़क उनकी रोजमर्रा की यात्रा को मुश्किल बना रही थी। स्थानीय स्तर पर कई बार अनुरोध करने के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो मनीष ने हार नहीं मानी और सीधे राष्ट्रपति शिकायत प्रकोष्ठ में याचिका दायर कर दी।
मनीष की इस मुहिम का असर जल्द ही दिखा। राष्ट्रपति सचिवालय ने उनकी शिकायत पर त्वरित संज्ञान लिया और उत्तराखंड के मुख्य सचिव को इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। परिणामस्वरूप, याचिका दायर होने के मात्र 15 दिनों के भीतर शिमला बाईपास रोड से अन्ना हजारे चौक तक सड़क निर्माण का काम शुरू हो गया।
मनीष गुप्ता ने इस त्वरित कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति सचिवालय और संबंधित अधिकारियों का आभार जताया। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मेरे प्रयासों से न केवल मेरी, बल्कि इस मार्ग पर यात्रा करने वाले हजारों लोगों की समस्या का समाधान हो रहा है।”
यह घटना न केवल मनीष की जागरूकता और हिम्मत की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सही मंच पर आवाज उठाने से बदलाव संभव है। शिमला बाईपास रोड का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे जल्द ही क्षेत्रवासियों को बेहतर सड़क सुविधा मिलने की उम्मीद है।