उत्तराखंड में फिर पेपर लीक: बॉबी पंवार और बेरोजगार संघ ने सोशल मीडिया में शेयर किए स्क्रीनशॉट

देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर पेपर लीक की घटना ने भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने का दावा सामने आया है। इस मामले में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने शनिवार को कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह रावत और उनके सहयोगी पंकज गौड़ को देहरादून से गिरफ्तार किया था। लेकिन, गिरफ्तारी के बावजूद पेपर लीक की खबर ने हड़कंप मचा दिया है।
बॉबी पंवार का सनसनीखेज दावा
उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष और बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार ने अपने फेसबुक हैंडल पर दावा किया है कि UKSSSC की स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर शुरू होने के कुछ ही देर बाद बाहर आ गया था। उन्होंने सरकार और आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा, “परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठना स्वाभाविक है। आखिर हर बार पेपर लीक कैसे हो जाता है? सरकार और प्रशासन इस पर जवाब दें।” पंवार ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कथित लीक पेपर की कॉपी का हवाला देते हुए तत्काल जांच की मांग की है।
बेरोजगार संघ की चेतावनी थी पहले से
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम कंडवाल ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने दावा किया कि बेरोजगार संघ ने पहले ही पुलिस और प्रशासन को पेपर लीक की आशंकाओं से अवगत कराया था। सवाल यह है कि इतनी सतर्कता के बावजूद परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद पेपर बाहर कैसे आ गया? यह सरकार और आयोग की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने पेपर लीक के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।
पेपर लीक का पुराना इतिहास
उत्तराखंड में पेपर लीक कोई नई बात नहीं है। हाकम सिंह रावत पहले भी कई भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के मामलों में शामिल रहा है। 2021 की स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा भर्ती और सचिवालय रक्षक भर्ती जैसे मामलों में उसका नाम सामने आ चुका है। जमानत पर रिहा होने के बाद भी उसकी गतिविधियां रुकी नहीं थीं। एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हाकम का नेटवर्क प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारियों और कुछ अधिकारियों तक फैला हुआ था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में और खुलासे होने की उम्मीद है।”
सरकार पर दबाव, अभ्यर्थियों में आक्रोश
पेपर लीक की खबर से अभ्यर्थियों में भारी रोष है। देहरादून के एक परीक्षा केंद्र के बाहर अभ्यर्थी राहुल ने कहा, “हम रात-दिन मेहनत करते हैं, लेकिन नकल माफिया और प्रशासन की लापरवाही हमारा भविष्य बर्बाद कर रही है।” सोशल मीडिया पर भी #PaperLeak और #UKSSSC जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही पेपर लीक के मामलों में जीरो टॉलरेंस की बात कही थी। अब देखना यह है कि इस ताजा मामले में सरकार और पुलिस क्या कदम उठाती है। एसटीएफ ने जांच तेज कर दी है और लीक के स्रोत का पता लगाने के लिए डिजिटल और फिजिकल साक्ष्यों की पड़ताल शुरू कर दी है।