ईजा : मां, पहाड़ और प्रकृति के टूटते रिश्तों की मार्मिक पुकार…देखें video

कुछ तो बता ज़िंदगी के लंबे अरसे बाद गीतकार व कहानीकार नीलेश मिश्रा और मशहूर गायक जुबिन नौटियाल एक बार फिर साथ आए हैं। दोनों ने अपने नए संगीत वीडियो ईजा के ज़रिए दिलों को छून वाली दस्तक दी है। ईजा पहाड़ी संस्कृति में मां को प्रेमपूर्वक पुकारने का एक खूबसूरत शब्द है। यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक करुण पुकार है।
इस गीत में न केवल एक मां के प्रति भावनात्मक लगाव है, बल्कि यह घर के बिखरने के दर्द को भी बयां कर रहा है। गीत की धुन, बोल और दृश्य इतने मार्मिक हैं कि वे सीधे दिल को छू जाते हैं। ईजा में हिमालय की वेदना दिखाई गई है। वनों की कटाई, पलायन, जंगल की आग और पर्यावरण विनाश जैसे मुद्दों को बड़े ही संवेदनशील तरीके से पेश किया गया है।
वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे इंसानी गतिविधियों ने सदियों पुराने जंगलों को खत्म कर दिया, वन्यजीवों को बेघर कर दिया और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ अब नंगे और सूने हो गए हैं। लेकिन, इन टुकड़ों के बीच एक उम्मीद की किरण भी है। गीत के जरिए एक आह्वान भी किया गया है कि प्रकृति को बचाने का, पहाड़ों को फिर से सांस देने का। ईजा सिर्फ एक संगीत वीडियो नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाने वाला एक सशक्त संदेश है।
नीलेश मिश्रा कहते हैं कि ये सिर्फ गीत नहीं है, ये हमारी धरती मां का क्रंदन है। जुबिन नौटियाल की आवाज़ इस भाव को और भी गहराई देती है। अगर आपने अब तक नहीं देखा, तो ईजा के वीडियो गीत को जरूर देखें, महसूस करें और इसे दूसरों तक पहुंचाएं।