भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए मंगल पांडे के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता, रुड़की में मनाई गई क्रान्तिकारी मंगल पांडे की जयंती

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए मंगल पांडे के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता, रुड़की में मनाई गई क्रान्तिकारी मंगल पांडे की जयंती

रुड़की । तहसील कैम्प कार्यलय पर भाजपा नेता व प्रदेश अध्यक्ष मानवाधिकार ब्यूरो एडवोकेट नवीन कुमार जैन व अधिवक्ताओं के तत्वावधान में देश की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम1857 की क्रांति के प्रथम क्रांतिकारी शहीद मंगलपाण्डे के जयंती समारोह को मनाते हुए पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी गई।

श्रद्धाजंलि सभा में एडवोकेट नवीन कुमार जैन ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद क्रांतिकारी मंगलपाण्डे ईस्ट इंडिया कम्पनी की 34वी बंगाल इंफेंट्री सिपाही थे अंग्रेजी शाशकों की भारतवासियों के प्रति घृणित क्रूरता व दरिन्दगी व बदसलूकी को देख क्रांतिकारी शहीद मंगलपाण्डे ने अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध प्रथम स्वतंत्रता सेनानी पंक्ति गाय की चर्बी लगे कारतूस को मुंह से काटने को मना करते हुए मेरठ से प्रथम स्वतंत्रता क्रांति का बिगुल बजाया गया था जिस कारण अंग्रेजी शाशकों ने 8 अप्रैल 1857 को गिरफ्तार कर फांसी पर लटका दिया गया था फलस्वरूप समस्त भारतवर्ष में स्वतंत्रता क्रांति चिंगारी ने आग का रौद्र रूप धारण कर लिया था।

हम ऐसे जांबाज क्रांतिकारी को नतमस्तक हो श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हमसब को देश के शहीदों को स्मरण रख राष्ट्र को मजबूती प्रदान करनी चाहिए हैं हिंदुस्तानी शहीद मंगलपाण्डे को स्वतंत्रता क्रांति के महानायक मानती हैं भारत सरकार द्वारा 1984 में डाकटिकट जारी किया गया था। श्रद्भजंलि सभा में आर्यसमाजी हरपाल सैनी, अधिवक्ता विनोद शर्मा, आशीष पंडित, सुनील कुमार गोयल,अशोक कुमार,सचिन गोंड़वाल, मदन श्रीवास्तव, ऋषिपाल बर्मन,मोहित अग्रवाल, राजेश वर्मा,नरेश कुमार नागियान, नीरज मित्तल,ब्रजेश सैनी,पंकज जैन, नरेंद्र जैन, सुधीर चौधरी,अनुज आत्रेय आदि मौजूद रहे।

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