ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी, सेहत के लिए क्या है ज्यादा बेहतर, जानें सुबह वर्कआउट से पहले किसका सेवन है सही
ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी, सेहत के लिए क्या है ज्यादा बेहतर, जानें सुबह वर्कआउट से पहले किसका सेवन है सही
‘वेट लॉस’ आज के समय में ये शब्द बेहद आम हो गया है। खानपान में गड़बड़ी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते लोगों का वजन तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, मोटापा अपने साथ कई गंभीर बीमारियां भी लेकर आता है। ऐसे में लोग बेहतर सेहत के लिए वेट लॉस करने में जुट जाते हैं। बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए जहां कुछ लोग जिम और योग का सहारा लेते हैं, तो कुछ स्ट्रिक्ट डाइट का पाला पकड़ लेते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी इन दोनों तरीकों को तेजी से वजन घटाने में कारगर मानते हैं, साथ ही इन्हें अपनाने के दौरान वेट लॉस के लिए कई तरह की डिटॉक्स ड्रिंक्स का सेवन करने की भी सलाह देते हैं। इन ड्रिंक्स में ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी सबसे कॉमन हैं।
आप में से भी अधिकतर लोग अपने दिन की शुरुआत ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी के साथ करते होंगे। वजन कम करने के साथ-साथ इन दोनों ड्रिंक्स के सेहत पर और भी कई फायदे बताए गए हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों में से सेहत के ज्यादा बेहतर क्या है? या तेजी से वेट लॉस करने के लिए किसका सेवन करना ज्यादा फायदेमंद है।
कितनी फायदेमंद है ग्रीन टी
गौरतलब है कि ग्रीन टी कैमेलिया साइनेन्सिस नाम के पौधे की पत्तियों से तैयार की जाती है। ग्रीन टी में मौजूद ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर तेजी से वेट लॉस करने में मदद करता है। साथ ही नियमित तौर पर इसके सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम होता है। इसके अलावा ग्रीन टी में एलथेनाइन और कैफीन भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो मस्तिष्क को रिलैक्स कर तनाव, एंजाइटी और थकान को कम करने में मददगार हैं।
कितनी फायदेमंद है ब्लैक कॉफी
अब, बात ब्लैक कॉफी की करें, तो इसमें भी कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो थकावट, तनाव, अनिद्रा, चिंता और सुस्ती को दूर कर बॉडी को दिनभर एनर्जेटिक रखने में मदद करते हैं। ब्लैक कॉफी के सेवन से ब्रेन एक्टिव रहता है। साथ ही कई स्टडी बताती हैं कि ब्लैक कॉफी लिवर से जुड़ी और न्यूरोलॉजिकल बीमारियों को दूर करने में भी असरदार है।
ऐसे में सवाल फिर वही है कि ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी में से किसका सेवन अधिक फायदेमंद है? इसे लेकर साल 2013 में एक शोध किया गया, जिसमें सेहत से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर ग्रीन टी और ब्लैक कॉफी के असर को मापा गया।
ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म
यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित शोध के नतीजे बताते हैं कि नियमित रूप से ग्रीन टी और ब्लैक कॉफी, दोनों के ही सेवन से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार देखने को मिलता है। हालांकि, ग्रीन टी के साथ थोड़े बेहतर रिजल्ट पाए जा सकते हैं। रिसर्च के मुताबिक, ये ब्लड शुगर लेवल को अच्छे से मैनेज करने में ज्यादा सक्षम मानी जाती है।
एंटीऑक्सिडेंट
रिसर्च से मुताबिक, दोनों ही ड्रिंक्स में एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा होती है और इनके सेवन से ब्लड फ्लो में एंटीऑक्सीडेंट लेवल बढ़ाता है। हालांकि, इसमें भी ग्रीन टी का प्रभाव थोड़ा अधिक स्पष्ट था। ऐसे में ग्रीन टी का सेवन सेहत को अधिक फायदा पहुंचा सकता है। इससे अलग शोध के नतीजे ये भी बताते हैं कि ब्लैक कॉफी में आमतौर पर ग्रीन टी की तुलना में अधिक कैफीन होता है, ऐसे में ये उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद हो जाती है, जिन्हें तत्काल ऊर्जा बढ़ाने की आवश्यकता होती है। वहीं, जो लोग कैफीन के प्रति संवेदनशील हैं या हल्के उत्तेजक पदार्थ की तलाश में हैं, उनके लिए ग्रीन टी ज्यादा बेहतर विकल्प है।