डायबिटिक पेशेंट के लिए अमृत से कम नहीं है ये नीली चाय, एक बार पीने पर दिनभर कंट्रोल रखती है ब्लड शुगर, जानिए बनाने का तरीका
बीते कुछ सालों से डायबिटीज एक गंभीर बीमारी बनकर उभरी है, जो तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। खासकर भारत में मधुमेह से पीड़ित लोगों की संख्या में अधिक इजाफा देखने को मिला है। प्रमुख मेडिकल जर्नल द लांसेट में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, साल 2050 तक डायबिटीज के मामले 130 करोड़ के आसपास पहुंच सकते हैं। यानी अगले तीन दशक में दुनियाभर में डायबिटीज से पीड़ितों की संख्या आज के मुकाबले दो गुनी और भारत की मौजूदा आबादी के लगभग बराबर हो जाएगी। ऐसे में इस बीमारी पर कंट्रोल पाना बेहद जरूरी हो जाता है।
गौरतलब है कि डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देता है। इससे पीड़ित लोगों के शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है, जिसे टाइप 2 डायबिटीज भी कहा जाता है। अधिक चिंता की बात यह है कि ये एक लाइलाज बीमारी है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव और खानपान में सही चीजों को शामिल कर डायबिटीज पर काफी हद तक कंट्रोल पाया जा सकता है। ऐसे में अगर आप भी इस गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, तो इस लेख में हम आपको एक ऐसी खास टी के बारे में बता रहे हैं, जिसका सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल कर डायबिटीज से राहत दिलाने में असरदार साबित हो सकता है। दरअसल, हम यहां अपराजिता के फूल से बनी चाय की बात कर रहे हैं। आयुर्वेद में बरसों से इस चाय का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जा रहा है। इसमें मौजूद गुण और पोषक तत्व सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
डायबिटिज पर कैसे करती है असर
अपराजिता के फूल से बनी चाय में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं, जो आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इस फूल के पत्तों से बनी चाय बॉडी में इंसुलिन स्पाइक को रोकने में मदद करती है, जिससे हाई ब्लड शुगर की समस्या पैदा नहीं होती है। इस तरह ये डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है।
और भी हैं कई फायदें
डायबिटिज से अलग अपराजिता के फूल से बनी चाय का सेवन सेहत को और भी कई तरह से फायदा पहुंचाता है।
इस चाय का सेवन करने से बढ़ते वजन को कंट्रोल किया जा सकता है। अपराजिता के फूल से बनी चाय में मौजूद गुण मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने का काम करते हैं।
ये चाय तनाव को कम करने और अल्जाइमर से पीड़ित लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं।
इसके अलावा अपराजिता के फूल से बनी चाय पीने से आंखों की रोशनी को बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
कैसे करें तैयार
एक कप पानी में तीन से चार अपराजिता के फूल को उबाल लें।
करीब 4-5 मिनट तक पानी को पकाने के बाद इनमें आधे नींबू का रस और थोड़ा सा शहद मिलाएं।
इसके बाद चाय को छानकर इसे घूंट-घूंटकर पीएं।