मैंने कोई घोटाला नहीं किया, एसआईटी जांच होनी चाहिए, पूर्व मेयर गौरव गोयल ने पूर्व एमएनए और एसएनए पर लगाया करोड़ों के घोटाले का आरोप, विधायक प्रदीप बत्रा और पार्षदों पर भी निशाना साधा

मैंने कोई घोटाला नहीं किया, एसआईटी जांच होनी चाहिए, पूर्व मेयर गौरव गोयल ने पूर्व एमएनए और एसएनए पर लगाया करोड़ों के घोटाले का आरोप, विधायक प्रदीप बत्रा और पार्षदों पर भी निशाना साधा

रुड़की । मेयर पद से इस्तीफा देने के बाद गौरव गोयल ने अपने राजपूताना स्थित आवास पर प्रेसवार्ता आयोजित की। जिसमें उन्होंने इस्तीफा दिए जाने के कारणों एवं अपने लगभग चार वर्ष के कार्यकाल में किये नगर हित कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। पूर्व मेयर गौरव गोयल ने प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने समाज सेवा करते हुए नगर की जनता के बीच रहकर मेयर का निर्दलीय चुनाव लड़ा तथा जनता के अपार स्नेह से उन्हें चुनाव में जीत मिली। नगर के विकास तथा तरक्की के लिए जो सपने उन्होंने संजोए थे उस पर निगम के कुछ पार्षदों,नगर निगम के दो पूर्व अधिकारियों पुर वर्मा व चंद्रकांत भट्ट एवं नगर विधायक और पार्षदों के लगातार विरोध के कारण उस पर ग्रहण लग गया। इनके द्वारा नगर निगम की प्रत्येक बोर्ड की बैठक में हंगामा किया गया,जिसके चलते नगर का विकास कार्य बाधित हुआ। पूर्व मेयर गौरव गोयल ने कहा कि वे पूरी इमानदारी और सच्चाई के साथ नगर सेवा करना चाहते थे,किंतु उपरोक्त के द्वारा नगर को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया गया,उन पर लगातार झूठे आरोप लगाए गए तथा समय-समय पर उन्हें अपमानित करने के षड्यंत्र रचे गए,जब उन्होंने देखा कि इस तरह की दलदल में रहकर वह निष्पक्ष रुप से अपने नगर और यहां की जनता की सेवा नहीं कर सकते। जिस कारण उन्होंने अपने मेयर पद से त्यागपत्र देने का निर्णय ले सुबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विगत पच्चीस जुलाई को हुई हंगामेदार बोर्ड बैठक के पश्चात देहरादून सचिवालय जाकर अपना त्यागपत्र सौंप दिया। इस बोर्ड बैठक में जहां पार्षदों द्वारा निगम के अधिकारियों के साथ बदसलूकी की गई,तो वहीं उनके पद की गरिमा को भी एक पार्षद द्वारा ठेस पहुंचाई गई,जिससे आहत होकर उन्होंने मेयर पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।आज उन्होंने पूरी मीडिया को अपने आवास पर बुलाया तथा अपने कार्यकाल की उपलब्धियों एवं नगर हित के लिए किए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया। ने कहा है कि मैंने नगर निगम में एक रुपए का भी घोटाला नहीं किया है। जबकि पूर्व एमएनए नूपुर वर्मा और चंद्रकांत भट्ट बड़ा घोटाला कर गए हैं।ऑडिट रिपोर्ट में घोटाले का साफ तौर पर खुलासा हो रहा है। इसीलिए मैं मुख्यमंत्री से मिलकर एसआईटी की जांच एसआईटी कराए जाने की मांग करूंगा। उन्होंने कहा है कि 25 जुलाई की प्रस्तावित बैठक में जो 40 लीज के मामले रखे गए थे। उसमें उनके या उनके समर्थक के द्वारा कोई किसी तरह का लेन-देन नहीं किया गया। पूर्व मेयर गौरव गोयल ने कहा है कि नूपुर वर्मा नियमों को ताक पर रखकर एक ही जनपद में पोस्टिंग कराए हुए हैं। इसकी शिकायत शासन को की जा चुकी है और हाईकोर्ट में भी एक रिट लंबित है।उन्होंने पार्षद रविंद्र खन्ना चंद्रप्रकाश बाटा विवेक चौधरी कुलदीप तोमर संजीव तोमर पर भी निशाना साधा और कहा है कि नूपुर वर्मा ने कुछ पार्षदों व ठेकेदारों से मिलकर करोड़ों रुपए का बजट ठिकाने लगाया है। उन्होंने ₹120000000 के गोपनीय तौर पर वर्क ऑर्डर जारी कर दिए । भविष्य में उन्होंने एक समाजसेवी के रूप में नगर की जनता के लिए कार्य करने की बात कही। यह बात उनके द्वारा बार-बार दोहराई गई की वह विधायक प्रदीप बत्रा के खिलाफ मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री को शिकायत करते रहेंगे। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता मयंक गुप्ता के खिलाफ भी जहर उगला और कहा कि वह मेरे खिलाफ शुरू से ही साजिश करते आ रहे हैं।
प्रेस वार्ता में आचार्य पंडित रमेश सेमवाल,ब्रांड एंबेसडर वाईके चौधरी,कैलाश जिंदल,शेखर सिंघल,वरुण जैन,नवीन मेंदीरत्ता,राव सरफराज,शौर्य वालिया,मनीष रघुवंशी, निखिल शेट्टी,रवि माटा,धर्मपाल जाटव,अजीत जाटव, मानिक चितकारा,राकेश शर्मा,जहांगीर अहमद,गौरव त्यागी,सूरज नेगी,मंजू कश्यप,रजनीश गुप्ता,प्रदीप सचदेवा,रानू गोयल,पीयूष जैन,अजय प्रधान,दीपक भारती,अनुपम कौशिक,नवनीत गर्ग,अनूप शर्मा,अविनाश त्यागी,सार्थक गोयल,तुषार गोयल,प्रमोद सैनी,मोहित सैनी,डा.अतीक,विकास बंसल,सुनील आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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