9 आतंकी ठिकाने तबाह किए गए, रात 1.05 से 1.30 बजे के बीच चला ‘ऑपरेशन सिंदूर’

नई दिल्ली/जम्मू-कश्मीर: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। यह कार्रवाई मंगलवार देर रात 1:44 बजे शुरू हुई, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया। हमले के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलीबारी की, जिसके जवाब में भारतीय सेना भी मुंहतोड़ कार्रवाई कर रही है।
आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाना था। खुफिया जानकारी के आधार पर नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया, जिनमें आतंकियों को प्रशिक्षण देने वाले लॉन्च पैड शामिल थे। इन ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के शिविर थे। कर्नल कुरैशी ने कहा, “हमने सटीक हथियारों का उपयोग किया और आम नागरिकों को नुकसान से बचाने का पूरा ध्यान रखा।”
हमले में निशाना बनाए गए ठिकाने:
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मरकज़ सुभान अल्लाह, बहावलपुर
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मरकज़ तैयबा, मुरिदके
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सरजाल/तेहरा कलां, बहावलपुर
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महमूना जोया सुविधा, सियालकोट
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मरकज़ अहले हदीस बरनाला, भिम्बर
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मरकज़ अब्बास, कोटली
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मस्कर राहील शाहिद, कोटली
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शावई नाला कैम्प, मुजफ्फराबाद
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मरकज़ सैयदना बिलाल, मुजफ्फराबाद
पहलगाम हमले में पाकिस्तान का हाथ
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। उन्होंने कहा, “इस हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता साफ है। हमले के दो सप्ताह बाद भी पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।” मिस्री ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थक रवैये की पोल खोली और भारत की शून्य सहिष्णुता नीति को दोहराया।
प्रेस ब्रीफिंग में दिखाए गए सबूत
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो प्रस्तुति दिखाई गई, जिसमें संसद हमले, मुंबई हमले, पुलवामा हमले और पहलगाम हमले के दृश्य शामिल थे। यह दर्शाया गया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद ने भारत को बार-बार निशाना बनाया है। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने नष्ट किए गए ठिकानों की तस्वीरें साझा कीं।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
ऑपरेशन के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पठानकोट और अमृतसर में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है। श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बंद कर विमानों को डायवर्ट किया गया है। बीएसएफ ने सीमावर्ती गांवों में चौकसी बढ़ा दी है, और लोगों को गांव खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में सभी शैक्षणिक संस्थान बुधवार को बंद रहे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
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चीन: चीनी विदेश मंत्रालय ने हमले को “अफसोसजनक” बताया और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की। भारत ने इसे चीन का दोहरा चरित्र करार दिया।
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अमेरिका: विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और शांतिपूर्ण समाधान के लिए दोनों पक्षों से बात करेंगे।
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अमेरिकी दूतावास: भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि पाकिस्तान से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद थी, लेकिन उसने इनकार किया। भारत की कार्रवाई जिम्मेदाराना थी।
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भारत: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “दुनिया को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता अपनानी चाहिए।”
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत की कार्रवाई को “कायरतापूर्ण” और “युद्ध की कार्रवाई” बताया। उन्होंने दावा किया कि हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित कई नागरिक मारे गए। डार ने इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी।
नेताओं की प्रतिक्रिया
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राहुल गांधी: कांग्रेस नेता ने कहा, “हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। जय हिंद!”
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अल्ताफ ठाकुर: बीजेपी नेता ने ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा, “यह आतंकवाद के खिलाफ बड़ा कदम है।”
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राजनाथ सिंह: रक्षा मंत्री ने तीनों सेना प्रमुखों से स्थिति की जानकारी ली।
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नरेंद्र मोदी: सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी रातभर ऑपरेशन पर नजर रखे रहे।